इन 11 आदतों के कारण आप के Respect में आएगी कमी

मानो या ना मानो हम सभी को हमारी Respect प्यारी होती है और यह Respect और वैल्यू अगर हमें दूसरों से मिले तो हम को बहुत ही अच्छा महसूस होता है। यह हमारे कॉन्फिडेंस को बूस्ट कर देती है।

लेकिन क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि आपकी शुरू शुरू में लोगों के साथ बहुत ही अच्छी जमती है लेकिन धीरे धीरे जैसे वक्त गुजरता जाता है वो व्यक्ति आपकी रिस्पेक्ट कम करने लगता है। और ये भी होता है कि कई बार कोई भी आपकी Respect नहीं करता जो रिस्पेक्ट आप डिजर्व करते हो।

आपको पता ही नहीं होता कि आपके साथ ऐसा क्यों हो रहा है जबकि आपने तो कुछ गलत करा भी नहीं। खैर तो ये प्रॉब्लम सिर्फ आपकी नहीं बल्कि लाखों face करते हैं। एवं कई बार तो ऐसा भी होता है कि सामने वाला व्यक्ति कुछ ऐसी हरकत करता है जिससे वो हमारी नजरों में अपनी Respect खो देता है।

लेकिन वो आदतें और चीजें क्या है जिसे या तो हम खुद लोगों की नजरों में Respect खो देते हैं या कोई दूसरा व्यक्ति हमारी नजरों में रिस्पेक्ट खो देता है। तो वही आदतें और वर्तन हम आपके साथ शेयर करने वाले हैं ताकि आप अपनी रेस्पेक्ट खोने से बचा सको या अभी कोई आपकी Respect नहीं करता तो आप इन आदतों को ठीक कर सको। ताकि फिर सभी लोग आपकी Respect करने लगें।

शायद आपको कुछ बातें कड़वी लग सकती हैं लेकिन अगर आप सच में खुद को Improve करना चाहते हैं तो आप एक उदार-चित्त के साथ समझेंगे।

बेईमानी – Dishonesty

किसी को भी झूठ बोलने वाला व्यक्ति पसंद नहीं आता। क्योंकि लोग उसपे कभी विश्वास नहीं कर सकते, उसके fake होने की वजह से और जिसमे ट्रस्ट ना हो या जिसे fake समझते हों उसकी कैसे कोई रिस्पेक्ट कर सकता है।

शायद कुछ लोगों को इस बात का अंदाजा नहीं होता कि उनके शब्द कितनी वैल्यू रखते हैं और लोग हमें रिस्पेक्ट इस अकॉर्डिंग करते हैं कि वो हमारी बातों और शब्दों पर कितना भरोसा कर सकते हैं।

तो अगर सामने वाले व्यक्ति को लगता है कि आप सच नहीं बोलते या आपकी बातें और Actions आपस में मैच नहीं करते तो वो कभी आपको एक रियल और सॉलिड व्यक्तित्व वाला पर्सन नहीं समझेगा और ना ही आपकी रिस्पेक्ट करेगा।

अति क्षमा मांगना – Over Apologizing

गलती होने पर माफी मांगने में कोई बुराई नहीं है। आपकी ये आदत सामने वाले व्यक्ति को ये show करती है कि आप कितने परिपक्व हो और आपके अंदर अहंकार नहीं है।

लेकिन कई बार लोग सॉरी बोलने का अपना शॉर्टकट बना लेते हैं सिचुएशन से बचने के लिए। चाहे फिर उनकी सच में गलती हो या ना हो और वो हमेशा वही गलती दोहराते रहते हैं और हर बार बस सॉरी बोलकर बचने की कोशिश करते है और यही सॉरी उनकी आदत बन जाती है।

देखो अगर आप हर बात पर सॉरी सॉरी बोलते रहोगे चाहे फिर आपकी गलती हो या ना हो तो ऐसा करना सामने वाले व्यक्ति की नजरों में आपकी वैल्यू गिराता है और वो व्यक्ति आपकी Respect नहीं करता।

तो माफी मांगना अच्छी बात है लेकिन कुछ भी हद से ज्यादा अच्छा नहीं होता।

आसानी से नाराज हो जाना – Getting Offended Easily

Respected लोग अपने आप में पूरी कॉन्फिडेंट और secure होते हैं और वो हर चीज को हर बात को बहुत ज्यादा सीरियसली नहीं लेते।

अगर आप चीजों को litely नहीं ले सकते या हर किसी के छोटे से जोक से भी रुष्ट हो जाते हो, आपको बहुत जल्दी बुरा लग जाता है, तो लोग आपसे worry हो जाते हैं कि आपसे क्या बोलना चाहिए और क्या नहीं। आप के सामने क्या करना चाहिए और क्या नहीं। चाहै आप लोगों से बोलकर अपनी फीलिंग शेयर ना करते हों लेकिन आपका साइलेंस और बॉडी लैंग्वेज शो कर देता है कि आप offended हो।

परिस्थिति के अनुसार व्यवहार में बदलाव – Change in Behavior

हर कोई हर डिफरेंट एनवायरमेंट में डिफरेंटली बर्ताव करता है जो कि एक नॉर्मल और socially expactable बर्ताव भी है।

उदाहरण के तौर पे आप एक ऑफिस या प्रोफेशनल एनवायरनमेंट में ऐसा बर्ताव नहीं करेंगे कि जैसे आप एक नाइट क्लब में हों।

लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि आपकी पर्सनैलिटी और जिस तरह से आप किसी को ट्रीट करते हो वो तरीका किसी एनवायरमेंट और टाइम के अकॉर्डिंग चेंज नहीं होना चाहिए।

अगर simply कहा जाए तो अगर आप किसी के साथ KIND, CARING और FRIENDLY हों जब बाकी के लोग आसपास ना हो। मगर फिर आप बाकियों के सामने उस व्यक्ति से वैसा समान बर्ताव नहीं करते या उन्हें इग्नोर करते हों, उन्हें इम्पॉर्टेंस नहीं देते, तो संभावना है कि वे आपके लिए Respect खो दें। क्योंकि आप डिफरेंट सिचुएशन के अकॉर्डिंग उनके साथ डिफरेंट बर्ताव करते हैं।

अनुशासन नहीं होना – Not Being Discipline

अगर आप किसी भी चीज़ को लेके समयनिष्ठ नहीं हो और ना ही किसी भी चीज़ को टाइम पर कर पाते हो तो लोग आप पर भरोसा करना या किसी भी चीज के लिए डिपेंड होना अवाइड करते हैं। क्योंकि उन्हें लगता है कि ये व्यक्ति एक अनुशासनात्मक और रिस्पांसिबल व्यक्ति नहीं है, जिसकी वजह से आपकी रिलेशनशिप भी अफेक्ट होती है।

क्यूंकि लोग आपसे रिलेशन तो रख सकते हैं लेकिन कोई आप पर भरोसा नहीं कर सकता जिससे आपकी छवि क्षतिग्रस्त होती है और रिस्पेक्ट कम। तो इसीलिए थोड़ा एडवांस में प्लान करके चलो और जो कहा है उसे टाइम पे निभाओ। जिससे लोग आपके अनुशासनात्मक व्यक्तित्व की रिस्पेक्ट करेंगे।

Reliability is one of the most respectful trait you can have – विश्वसनीयता आपके पास सबसे सम्मानजनक गुणों में से एक है।

दूसरों को मजबूर करना – Forcing others

क्या आप किसी के force करने पर अपने मत, अपनी विचारधारा और व्यक्तित्व चेंज करेंगे? नहीं ना तो फिर क्यों अक्सर लोग एक दूसरे को कुछ भी कहने के लिए फोर्स करते हैं? जबकि सबकी अपनी choice होती है, डिफरेंट मूड होता हैं या सिंपली उसका मन नहीं होता।

तो अगर आप किसी को कुछ ऐसा कहने के लिए फोर्स करते हो जो वो उस वक्त नहीं करना चाहते तो आप उसे अपने साथ अनकंफर्टेबल और UNHAPPY फील करवाते हैं। और जब ऐसा आप लोगों के साथ करने लगते हो तो उस व्यक्ति की आपके साथ सहजता और रिस्पेक्ट कम होने लगती है।

आक्रामक होना – Being Offensive

जब जब कोई आपके सामने आपकी गलतिया आपकी कमी आपको बताता है तो उस वक्त क्या आप उसे अच्छे से HANDLE कर पाते हो या डिफेंसिव होकर उसपर भड़कने लगते हों?

MATURELY किसी भी सिचुएशन को शांत होकर हैंडल करना एक बहुत ही अच्छी रीत है। और आपको हमेशा इस काबिल होना चाहिए कि आप किसी भी फीडबैक को सुन सकें बिना Defensive हुए। अच्छा अभी अपने आप से पूछो क्या आप हमेशा राइट होना पसंद करोगे या Respected?

आसानी से दूसरों को हस्तक्षेप करने देना – Allowing Others to Interrupt You Easily

कभी कभार अनजाने में किसी की बात को बीच में काटके अपनी बात बोलना बातचीत का कॉमन भाग है।

लेकिन अगर कोई बार बार आपकी बात बीच में काट के अपनी बात कहने लगता है और यह चीज किसी भी व्यक्ति की हैबिट ही बन जाती है तो ऐसा करना किसी ग्रुप डिस्कशन में आपके Respect को हर्ट करता है। जहां बाकियों को लगता है कि आप अपनी बात को इंपॉर्टेंस देते हुए पूरी रख नहीं सकते और कोई भी आपको Easily Interrupt कर सकता है।

किसी के ऐसे अशिष्ट व्यवहार पर ना टोकना हमें ऐसा दिखाता है कि जैसे हम खुद के लिए स्टैंड नहीं ले सकते। तो ऐसी परिस्थिति में आपको उस व्यक्ति को टोकना चाहिए और बताना चाहिए कि ऐसा व्यवहार नहीं चलेगा।

क्योंकि कई बार ऐसा भी हो सकता है कि उन्हें रियलाइज नहीं हो रहा हो कि वो जाने या अनजाने में बुरा बर्ताव कर रहे हैं और आपको उन्हें उनकी लिमिट्स और लाइन बतानी चाहिए। जिससे साफ दिखता है कि आप की खुद के लिए एक रिस्पेक्ट है और उन्हें भी वही रिस्पेक्ट आपके लिए रखनी चाहिए।

रिश्तों में केवल व्यक्तिगत लाभ के बारे में सोचना – Thinking of Personal Gains in a relationship

चाहे प्रोफेशनल रिलेशनशिप हो या पर्सनल दोनों ही रिलेशनशिप आपसी विश्वास और रिस्पेक्ट से build होती है।

लेकिन अगर आप ज्यादा समय खुद के बारे में सोचते रहते हो और हमेशा हर परिस्थिति में अपना ही बेनिफिट देते हों तो ऐसा करना आपको एक मतलबी इंसान होना show करता है। मतलबी होना नाही अट्रैक्टिव होता है और नाही respective।

आपको दूसरों के भले के बारे में भी सोचना चाहिए जैसे कि Win Win सिचुएशन। और वक्त आने पर अगर कभी थोड़ा कंप्रोमाइज या sacrifice भी करना पड़े तो करो अगर जरुरी हो।

सीमाओं को नहीं समझना – Not Understanding The Limits

हर किसी की कुछ लिमिट्स और बाउंड्रीज होती है और हमें उन बाउंड्रीज की रिस्पेक्ट करनी चाहिए।

क्यूंकि कुछ लोग बाकियों से ज्यादा प्राइवेट होते हैं, ज्यादा ओपन नहीं होते। तो हमें ही समझते हूए उन्हें किसी भी चीज के लिए ज्यादा फोर्स नहीं करना चाहिए अगर वो कम्फर्टेबल ना हों तो।

किसी के निजी मामलेमें ज्यादा हस्तक्षेप करके अगर आप उन्हें poke करोगे या उनके धैर्य की सीमा को टच करोगे तो वो आपके लिए नाही सिर्फ कम सम्मान करेंगे बल्कि आपको सीधा बोलेंगे कि आप अपने काम से काम रखो।

दूसरों को आपका अनादर करने देना – Alowing others to Disrespect you

क्या आपको किसीने कभी सबके सामने Disrespect किया है?

खैर वह बहुत अच्छी फीलिंग नहीं होती। यह ना ही सिर्फ लज्जाशील ही होता है बल्कि अगर आप इसके बारे में टोकते नहीं हो या बात नहीं करते तो बाकी के लोग आपको weak व्यक्ति समझने लगते हैं और आपके लिए रिस्पेक्ट भी कम कर देते हैं।

पर्सनल झगडो और संवेदनशील मामले को प्राइवेट में ही डिस्कस करना अच्छा होता है। तो या तो आप उसको उसी समय सबके सामने टोक दो या फिर अगर कोई करीबी है तो कहो कि हम इसे किसी सही जगह और टाइम पर डिस्कस करेंगे, यहां नहीं।

तो ऐसी परिस्थिति को रोकना ऐसा show करता है कि आपकी खुद के लिए रिस्पेक्ट है और ऐसी परिस्थिति को शांत होकर हैंडल करना ये कहता है कि आप दूसरों के लिए भी respectful हो।

आपका बिहेवियर और आप लोगों को कैसे ट्रीट करना allow करते हैं यह डिसाइड करता के बाकी लोग आपको रिस्पेक्ट करेंगे या नहीं। तो खुद के लिए और दूसरों के लिए respectful होना ये शो करता है आप सच में रिस्पेक्ट डिजर्व करते हों।

अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो आपके दोस्तों और परिवारजनों को जरूर शेयर करना।

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